
कांकेर। नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन के 5 महीने पहले ही उत्तर बस्तर से नक्सलवाद लगभग खत्म हो रहा है, उत्तर बस्तर डिवीजन के तमाम बड़े नक्सली लीडर हथियार के साथ आज जगदलपुर में सरेंडर कर देंगे। कल कांकेर जिले के कामतेड़ा कैंप में 50 से अधिक नक्सली हथियार के साथ पहुंचे जिन्हें दो बसों में भारी सुरक्षा के बीच जगदलपुर भेजा गया है। जिसमें DKSZC राजू सलाम उर्फ शिव प्रसाद और भास्कर उर्फ राजमन भी शामिल है। राजू सलाम और राजमन वही नक्सली है जो उत्तर बस्तर के सभी बड़ी नक्सल वारदात में शामिल रहे है। दोनों की तलाश पुलिस को लम्बे समय से थी, इन दोनों के सरेंडर करने से कांकेर में नक्सलवाद खात्मे की ओर है, इसके पहले कांकेर क्षेत्र में सक्रिय कुख्यात शंकर राव, दर्शन पड्डा, विजय रेड्डी पहले ही मारे जा चुके है, वही प्रभाकर समेत कई बड़े नक्सली गिरफ्तार किए गए थे तो कुछ ने पहले सरेंडर कर दिया था। अब राजू और राजमन के सरेंडर से कांकेर में नक्सलवाद सिमट गया है, खबर ये भी सामने आ रही है कि जो बचे हुए नक्सली है वो भी जल्द ही सरेंडर कर सकते है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 का टारगेट नक्सलवाद के खात्मे का रखा था लेकिन 5 महीने पहले ही उत्तर बस्तर का इलाका नक्सलियों के चंगुल से लगभग आजाद हो गया है।

39 हथियारों के साथ करेंगे सरेंडर
जगदलपुर में उत्तर बस्तर के तमाम बड़े लीडर हथियार के साथ सरेंडर करेंगे। जिसमें AK 47, SLR , इंसास जैसे ऑटोमैटिक हथियार भी है, हालांकि अब तक इस बड़े सरेंडर को लेकर पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन जल्द ही पूरा खुलासा पुलिस कर सकती है।

