
कांकेर।।नक्सलवाद अब बस्तर में अपनी अंतिम सांस गिन रहा है, हाल ही में जगदलपुर में 208 नक्सलियों के 109 हथियारों के साथ आत्म समर्पण के बाद अब फिर कांकेर में 21 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए है, बताया जा रहा है कि ये 18 हथियार भी अपने साथ लेकर आए है, जिसमें कई ऑटोमैटिक रायफल शामिल है, आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों में मुकेश उर्फ रूपेश हुपेंडी भी शामिल है जो कि डिविजन कमेटी का सचिव है, कुएंमारी एरिया कमेटी और किसकोडो एरिया कमेटी के सभी नक्सलियों के आत्म समर्पण से केशकाल, आमाबेड़ा इलाका नक्सल मुक्त माना जा सकता है।
सूत्रों के हवाले से 3 तीन पहले ही ये खबर सामने आ रही थी कि नक्सलियों का एक समूह आत्म समर्पण करने आ सकता है, हालांकि रामधेर को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है इसे भी हाल ही में सीसी मेंबर बनाया गया है।
आज समर्पण करने वाले नक्सली 21 नक्सली 18 हथियार साथ लाए है, जिसमें 3 एक47 , 4 एसएलआर, 2 इंसास, 6 303 रायफल , 2 सिंगल शॉर्ट बंदूक और एक बीजीएल है। पुलिस के अनुसार सभी को भानुप्रतापपुर के मुल्ला कैंप में रखा गया है। बड़ी बात ये है कि पहले नक्सली बिना हथियार के सरेंडर करते रहे है लेकिन यह बीते कुछ दिनों में नक्सली बड़ी संख्या में हथियार साथ लेकर आए है, गढ़चिरौली में 50, जगदलपुर में 109 और अब कांकेर में 18 हथियार नक्सली साथ लेकर आए है। जिसका कारण ये भी माना जा रहा है कि नक्सली अपने शीर्ष नेतृत्व से बचकर सीधा पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल से संपर्क कर रहे है, नक्सलियों का हथियार के साथ सरेंडर करना नक्सल संगठन के लिए बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि नक्सल संगठन के शेष बचा नेतृत्व संगठन को वापस खड़ा करने की कोशिश करेगा भी तो उनके पास अब हथियार बेहद कम होंगे, जो उनके संगठन को कमजोर करेगा और हथियारों से बस्तर में 4 दशकों से चल रहा खूनी संघर्ष अब शांत हों सकता है।
