
फरसगांव । कोंडागांव जिले के फरसगांव ब्लॉक के झाटीबन (आलोर) में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माता लिंगेश्वरी गुफा का द्वार 3 सितंबर को भक्तों के लिए खुलने वाला है। इसे लेकर मंदिर समिति, प्रशासन और स्थानीय ग्रामीण तैयारियों में जुट गए हैं। यह वार्षिक आयोजन हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है, जो संतान प्राप्ति सहित अपनी विभिन्न मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए यहां आते हैं। माता दर्शन के लिए दो दिन पहले यानी सोमवार से ही श्रद्धालु लाइन लगाकर अपने बारी का इंतजार कर रहे हैं।
तैयारियों का जायजा ले रहा प्रशासन-
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, आश्वन कुमार पुसाम, स्वयं तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं। मंदिर परिसर में साफ-सफाई, सुरक्षा और भक्तों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अलग-अलग विभागों और स्थानीय ग्रामीणों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं ताकि आने वाले भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो।
भक्तों में है बेसब्री से इंतजार–
ग्राम झाटीबन आलोर के पहाड़ों के बीच स्थित इस गुफा में हर साल छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। निःसंतान दंपत्तियों के बीच यह मंदिर विशेष रूप से लोकप्रिय है। भक्त माता लिंगेश्वरी मेले का साल भर बेसब्री से इंतजार करते हैं और कई लोग तो दर्शन के लिए दो दिन पहले ही लाइन में लग जाते हैं।
निःस्वार्थ सेवा भाव से होता है खिचड़ी प्रसाद का वितरण—
इस मेले की एक और खास बात है कि हजारों श्रद्धालुओं के लिए निःस्वार्थ भाव से खिचड़ी प्रसाद का वितरण किया जाता है,इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है, जिसमें खिचड़ी वितरण स्टॉल, पानी और टेंट की व्यवस्था शामिल है। इसके अलावा, मेला परिसर में पार्किंग, पुलिस सहायता केंद्र, और स्वास्थ्य सहायता केंद्र की भी व्यवस्था की गई है। नगर पंचायत ने सफाई और विद्युत विभाग ने बिजली का काम लगभग पूरा कर लिया है, जिससे भक्तों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
