
कांकेर। छात्रावास में मासूम बच्चों की जिम्मेदारी जिस अधीक्षक पर है वो ही यदि नशे में इतने धुत रहे कि ठीक से शर्ट तक नहीं पहन सके तो सोचिए मासूमों की देखभाल कैसे होगी और इन मासूमों का भविष्य किस रास्ते पर जाएगा, ऐसा ही एक मामला कांकेर जिले से सामने आया है, दुर्गुकोंडल ब्लॉक के सुरंगदोह बालक आश्रम में सासंद भोजराज नाग निरीक्षण पर पहुंचे तो आश्रम अधीक्षक नशे में इतने धुत थे कि उन्होंने शर्ट ही उल्टा पहन रखा था, जब सासंद ने उन्हें टोका तो शर्ट तो सीधी कर ली लेकिन शर्ट के बटन तक अधीक्षक साहब नहीं लगा पाए, अधीक्षक को हालत देख भड़के सासंद ने तत्काल उच्च अधिकारियों से संपर्क कर कार्यवाही के निर्देश दिए जिसके बाद आश्रम अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आश्रम अधीक्षक ओकेंश्वर चुरेंद्र हमेशा नशे की हालत में रहते है ऐसे में गंभीर सवाल खड़ा होता है कि क्या इसके पहले किसी तरह की शिकायत प्रशासन को नहीं मिली थी, नशे के आदी अधीक्षक के भरोसे मासूम बच्चों को छोड़ रखा गया था यदि यहां किसी तरह की अप्रिय घटना हो जाती तो इसका जवाबदार आखिर कौन होता। अंदरूनी इलाकों में इस तरह की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है, इसके पहले भी कई शिक्षक नशे की हालत में पकड़े जा चुके है।
