
बीजापुर। नक्सलवाद पर बीते 15 माह में पुलिस और सुरक्षाबल के तगड़े प्रहार के चलते नक्सल संगठन के सदस्यों के मन में गहरी दहशत बैठी है, यही कारण है कि नक्सल संगठन समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, बीजापुर में एक बार फिर 19 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। जिसमें 8-8 लाख के ईनामी नक्सल दंपत्ति भी शामिल है, AOB डिविजन और पामेड़ एरिया कमेटी के 19 नक्सलियों ने बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव और सीआरपीएफ के डीआईजी देवेंद्र सिंह नेगी के सामने आत्म समर्पण किया है।
आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों में PLGA बटालियन के कंपनी नंबर 1 के नक्सल दंपत्ति शामिल है। आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों में कुल 28 लाख का इनाम घोषित था।
विदित हो कि 15 माह में पुलिस और सुरक्षाबल के जवानों ने भी जिस तरह से नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए है उससे नक्सलियों की कमर टूटी है, कई बड़े कैडर के नक्सली मारे जा चुके है तो कई अंडर ग्राउंड हो गए है, इसके अलावा क्षेत्र के आदिवासी युवा जो भटक कर नक्सल संगठन से जुड़ गए थे, उन्हें ही जंगल में लड़ने के लिए छोड़ दिया गया है, जिससे अब ये सभी भी मुख्य धारा में लौटने के लिए पुलिस के संपर्क में आ रहे है।
अंदरूनी क्षेत्रों में नवीन सुरक्षा कैम्प की स्थापना के साथ शासन की विकास के कार्य, सड़कों का विस्तार, परिवहन की सुविधा, पानी, बिजली एवं शासन की अन्य जनकल्याणकारी योजना ग्रामीणों तक पहुंचने लगी है। सुरक्षा बलों का ग्रामीणों के साथ हो रहे सकारात्मक संवाद, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् दी जा रही कल्याकारी योजनाओं की जानकारी एवं छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के व्यापक प्रचार प्रसार से माओवादी संगठन से लगातार मोह भंग हो रहा है।