
गौरव श्रीवास्तव
बस्तर। आज बीजापुर और कांकेर जिले में दो बड़ी मुठभेड़ चल रही है, जिसमें बीजापुर में ही 26 नक्सली ढेर कर दिए गए है, जबकि कांकेर में भी 4 नक्सली मारे गए है, दोनों ही जगहों पर अभी मुठभेड़ खत्म नहीं हुई है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये आकंड़े और बढ़ सकते है। कांकेर में भी विजय रेड्डी जैसे खूंखार नक्सली की टीम पुलिस से घिर गई है, जवान लगातार नक्सलियों का पीछा कर रहे है और दोनों तरफ से रुक रुक कर फायरिंग जारी है।
बस्तर संभाग में बीते 15 माह में नक्सलियों के साथ वो हुआ जिसकी कभी कल्पना भी नक्सलियों ने नहीं की थी,छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बयान देते है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से मिटा दिया जाएगा और फिर शुरू होता है, नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन, सबसे पहले बड़ा प्रहार कांकेर जिले में अप्रैल 2024 में हुआ जब जवानों ने एक साथ 29 नक्सलियों को मार गिराया, इसके बाद नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा , सभी जगहों पर फोर्स ने आक्रमक रुख अपनाते हुए एक के बाद एक बड़े एनकाउंटर किए और साल भर ने 239 नक्सली ढेर कर दिए।ये बात हो गई 2024 की, साल 2025 में नए सिरे से नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लांच करने की बात कही गई और पुलिस के आला बड़े अधिकारियों को भी टीम के साथ जंगलों में घुसने की कहा गया, नतीजा सामने है 3 माह में ही 100 से अधिक नक्सली ढेर कर दिए गए है।
2024 की बात की जाए तो नक्सल मामले में अब तक सबसे सफल साल रहा था, 239 नक्सलियों के एनकाउंटर , 1033 नक्सलियों की गिरफ्तारी और 925 नक्सलियों के आत्म समर्पण से नक्सल संगठन को गहरा झटका लगा था, मारे गए नक्सलियों में कई बड़े कैडर के नक्सली शामिल थे।
साल 2025 की शुरुआत में ही जवानों ने नक्सलियों को बता दिया कि साल जरूर बदला है लेकिन जवानों के इरादे नहीं बदले है, जनवरी माह में ही बड़ी मुठभेड़ में जवानों ने 31 नक्सलियों को ढेर कर दिया था, 2025 के अभी तीन माह भी पूरे नहीं हुए है और 100 से अधिक नक्सली ढेर कर दिए गए है, वही बड़ी संख्या में नक्सली आत्म समर्पण कर रहे है। जिस तरह के हालत बस्तर में नजर आने लगे है, उससे अब यह कहा जा सकता है कि बस्तर में अब कोई नक्सलगढ़ नहीं बचा है और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का 2026 का मिशन पूरा होने में कोई शंका नहीं है।